मासूम दोस्ती

विक्की और डेनि लक्षिता के पास पहुँचे।

लक्षिता ने उनसे कोई बात नहीं की।
शायद विक्की की कल वाली बात से अब तक नाराज थी।

विक्की- हाय लक्षिता!

लक्षिता- हाय!

विक्की- कल तुम ब्रेक में कैन्टीन क्यों नहीं आइं थीं? हम लोग वेट कर रहे थे ।

लक्षिता- वो क्या है ना हम सारी इम्पोर्टेन्ट प्लेस तो देख ही चुके थे। मुझे  और कॉलेज घूमने की जरुरत नहीं लगी इसलिए नहीं आई। 
तुम्हें इंतजार करना पडा,इसके लिए माफी चाहूँगी ।

डेनि- तो आज चलते हैं ना घूमने। वैसे भी आज कोई क्लास नहीं होने वाली मिस टॉपर।

लक्षिता- आप लोगों को तकलिफ उठाने की कोई जरुरत नहीं है । मैं प्रेक्षा के साथ घूम लूंगी।

विक्की-  हम लोग चल रहे हैं ना साथ में । घूमने में तकलिफ कैसी? वैसे भी आज तो घूमना ही है तो तुम्हारे साथ ही सही।

लक्षिता- नहीं यार! तुम लोगों का समय कीमती है । और चलना न चलना मेरी मर्जी है, इसमें कोई जबर्दस्ती नहीं ।

उसकी बात सुनकर विक्की और डेनि दोनों मुस्कुराने लगे।

क्या हुआ? तुम लोग मुस्कुरा क्यों रहे हो- लक्षिता ने सख्ती से पूछा ।

विक्की- अरे लक्षिता ! तुम्हें नहीं पता तुमने क्या कहा अभी? तुमने मुझे यार बोला।

लक्षिता- तो??

विक्की- अब तुम्हें मुझसे दोस्ती करनी पड़ेगी। और हाँ जबर्दस्ती करनी पड़ेगी।

उसकी बात सुनकर एक प्यारी सी मुस्कुराहट लक्षिता के चेहरे पर उभर आई।

विक्की- केवल मुस्कुराने से दोस्ती नहीं हो जाएगी। अपना हाथ आगे करो।

लक्षिता ने अपना हाथ आगे कर दिया ।

विक्की ने एक प्यारा सा बैंड लक्षिता के हाथ पर बांधते हुए कहा- हैप्पी फ्रेंडशिप डे लक्षू!

क्या? क्या कहा तुमने?- लक्षिता ने हैरानी से पूछा ।

लक्षू! लक्षू कहा मैने। अब तो तुम्हारा दोस्त हूँ तो यह कह कर बुला सकता हूँ ना- विक्की ने सहजता से कहा ।

लक्षिता- बिल्कुल बुला सकते हो । अब लक्षिता नाम से बुलाने की जरुरत नहीं है । बहुत फॉर्मल लगता है ।

और डेनि तुम मुझसे दोस्ती नहीं करोगे - लक्षिता ने आस भरी नजरों से डेनि की तरफ देखा।

बिल्कुल! अगर तुम चाहो तो- डेनि ने सकुचाते हुए कहा ।

लक्षिता-  भला मैं कैसे मना कर सकती हूँ । तुम लोगों जैसे दोस्त मुझे फिर कहाँ मिलेंगे।

डेनि- ठीक है।  तो फिर अपना हाथ आगे करो।

लक्षिता ने अपना हाथ आगे कर दिया।

डेनी ने भी एक प्यारा सा बैंड उसके हाथ पर बाँध दिया ।

लक्षिता के पास तो एक ही बैंड था जो वो पहले ही  प्रेक्षा को बाँध चुकी थी ।

उसने मन ही मन कुछ सोचते हुए कहा- फ्रेंड्स ! यहाँ  आसपास कोई शॉप है क्या??

विक्की- क्यों??

लक्षिता- पहले तुम मेरे सवाल का जवाब दो।

विक्की- अरे वाह! तुरन्त ही दोस्तों वाले लहजे में बात करना शुरु कर दिया ।

लक्षिता- बिल्कुल! अब बताओ तो शॉप है या नहीं ।

डेनि- हाँ! पास में ही है । लेकिन तुम ब्रेक मे ही वहां जा सकोगी।

ओके! वैसे तुम्हारा एक और दोस्त कहाँ है?? क्या नाम है उसका?? हाँ! सूर्यांश । सूर्यांश कहाँ है? हमेशा तो तुम लोगों के साथ ही रहता है- लक्षिता ने आसपास देखते हुए पूछा।

अरे हाँ! सूर्या ने जल्दी आने को बोला था । लक्षू! अब हम लोग चलते हैं, ब्रेक में मिलेंगे।- डेनि  ने कुछ याद करते हुए कहा ।

लक्षिता- ओके! कैंटीन में ही मिलना।

विक्की- डेनि तेजी से वहाँ से निकले। लेकिन सूर्या  वहाँ नहीं था जहाँ वो लोग छोडकर गए थे ।

फिर से उसी पार्क में गया होगा ये- डेनि ने कहा ।

तभी विक्की की नज़र क्लास में अकेले और खामोश बैठे सूर्या पर पडी।

विक्की- सूर्या तो यहां बैठा है क्लास में ।

डेनि- यहाँ अकेला क्या कर रहा है??

दोनों सूर्या के पास पहुँचे।

विक्की- सूर्या! तू यहाँ क्या कर रहा है?

सूर्या- छुपा हुआ हूँ ।

डेनि- किससे और क्यों??

सूर्या- अरे यार! उस जिया को जब से पता लगा है कि आज मैं कॉलेज आया हूँ, वो पागलों की तरह मुझे ढूंढ  रही है । मुझे कोई तमाशा नहीं चाहिए इसलिए यहाँ छिप गया ।

विक्की- डोंट वरी। हम लोग भी तेरे साथ यहीं बैठते हैं । थोडी देर बाद ब्रेक में कैंटीन चलेगे।

सूर्या- और तुम बताओ। तुम्हारी दोस्ती हुई??

डेनि- हाँ बिल्कुल । भला हमें कोई मना कर सकता है ।

सूर्या-हमें? हमें मतलब क्या?
एक मिनट! तुम दोनों लक्षिता से दोस्ती कर के आ रहे हो?
मतलब कि मुझे अकेला छोड़ दिया ।

नहीं। तू भी हमारे ग्रुप में शामिल हो जा। अच्छा रहेगा ना! तू - मैं , डेनि और लक्षू।- विक्की ने कहा ।

नहीं भाई तुम्हें ही मुबारक! मैं दोबारा धोखा खाना नहीं चाहता- ये कहकर सूर्या कहीं खो गया ।

डेनि- हर कोई उसकी तरह धोखेबाज नहीं होता। तेरी जिंदगी में भी कोई ऐसा आएगा जो तेरे इस नजरिये को बदल देगा । इंतजार कर ।

सूर्या हंस दिया मगर एक उदास हँसी।

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जल्दी ही होने वाली है सूर्या की जिंदगी में खुशियों की दस्तक।

कोई आ रहा है जो उसका नजरिया बदलकर उसे फिर से हँसना , मुस्कराना और जीना सिखाएगा।
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4 Comments

shweta soni

23-Jul-2022 05:04 PM

Nice 👍

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Punam verma

18-Jul-2022 08:24 AM

Very nice

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Abhinav ji

02-Jul-2022 07:49 AM

Very nice👍

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